यह कवच बहुत ही प्रभावशाली है यह कवच बहुत ही शक्तिशाली और बहुत ही पावरफुल है जो 21000 मूल मंत्र से आमंत्रित करके तैयार किया जाता है
और इतना ही नहीं इसमें तंत्र की सामग्री मिश्रण करके बनाया जाता है जो अभी तक यह किसी अन्य साधक क्या तांत्रिक के वश की बात से बाहर है क्योंकि यह जानकारी बहुत ही कम ही लोगों को रहती है|
महाकाली यंत्र माता काली का निवास माना जाता है जिसमें वह अपने अंग विद्याओं शक्तियों देवों के साथ निवास करती हैं अता यंत्र के साथ इन सब का जुड़ाव और सानिध्य प्राप्त होता है त्रिकोण इन्हीं का यंत्र है जिसके बिना किसी महाविद्या का यंत्र नहीं बनता अर्थात या सभी में आवश्यक रूप से उपस्थित होती है कोई भी त्रिकोण स्वतंत्र रूप से इन्ही को व्यक्त करता है जबकि यही त्रिकोण आपस में संयुक्त होकर अन्य महाविद्या ओं को प्रकट करने लगता है काली यंत्र के अनेक उपयोग है या धात अथवा भोजपत्र पर बना हो सकता है पूजन में धातु के यंत्र का ही अधिकतर उपयोग होता है|
यह तंत्र से मिश्रण और महाकाली का यंत्र से बना कवच भगवती महाकाली का यह कवच धारण करता को महाकाली की कृपा से व्यक्त की सर्व मनोकामना पूरी होती है
ऐसे व्यक्तियों के लिए या बहुत ही प्रभावशाली कवच है
जिन्हें हमेशा बुरा होने की आशंका बनी रहती हो खुद अथवा परिवार के अनिष्ट की संभावना लगती हो अकेले में भय लगता हो अथवा बुरे सपने आते हो कभी महसूस हो कि कमरे में अथवा साथ में उनके अलावा भी कोई और है किंतु कोई नजर ना आए कभी लगे कोई छू रहा है अथवा पीड़ित कर रहा है कभी कोई आभासी व्यक्ति दिखे अथवा आत्मा परेशान करे कभी आदेश अप में छाती पर कोई बैठ जाए लगे कि कोई गला दबा रहा है किसी के साथ कोई शारीरिक संबंध बनाए किंतु वह दिखाई ना दे अथवा स्वप्न या निंदा में ऐसा हो बार-बार सपने में कोई स्त्री पुरुष दिखे जिससे दिक्कत महसूस हो रही हो ऐसा लगता हो कि किसी ने कोई उपचार किया हो या लगे कि कोई अपना या बाहरी अनिष्ट चाहता है तो ऐसे व्यक्तियों को यह कवच को अवश्य ही धारण करना चाहिए ऐसे लोगों के लिए यह बहुत ही प्रभावशाली कवच है
यदि आपने हीन भावना है आलस है चंचलता की कमी है दबू स्वभाव है हर कोई आप को दबाना चाहता है काम क्षमता में कमी है पोरुष में कमी है शुक्राणु में कमी हो यौन सुख पूर्ण प्राप्त ना कर पा रहे हो स्तंभन का अभाव हो खुद को किसी के सामने व्यक्त नहीं कर पाते हो किसी के सामने बात करने में हिचकी चाहते हो शारीरिक कमजोरी हो अथवा अधिक मोटापा हो स्त्रियों में मानसिक गड़बड़ी हो मत रोक बार बार इन्फेक्शन आज योन रोग में होने वाली समस्या हो बांझपन हो रक्त स्राव अधिक हो अति राज मासिक हो तनाव हिस्ट्री आफ पागलपन मानसिक बाधाएं हो भूत प्रेत की बधाई हो चिंता अनहोनी की आशंका हो और कभी कायरता अथवा हीन भावना कमर में दर्द हो कमर की हड्डी में आवाज आए जागो और नसों की समस्या उत्पन्न हो कमर का हिस्सा अधिक मोटा हो जाए जबकि जांघ और पैर पतले हो आलस रहे पसीने की गंध तेज हो कभी अकेले में महसूस हो कि कोई और है कमरे में या साथ में पर कुछ दिख नहीं रहा है कभी सोए हुए में किसी आदर्श की अनुभूति हो या स्पर्श लगे तो समझे कि मूल धारा विपरीत है अथवा कमजोर है भगवती काली रुष्ट है
इस स्थिति में यह कवच धारण करना चाहिए|यह कवच निर्माण तंत्र से मिश्रण और महाकाली कवच और 21000 मंत्रों से आमंत्रित करके तैयार किया जाता है और इस तंत्रों का प्राण प्रतिष्ठा करना परम आवश्यक है और उसके बाद इसको 21000 मूल मंत्रों से आमंत्रित किया जाता है आमंत्रित करने के बाद हवन किया जाता है और इसको शक्तिपात किया जाता है और इसमें अनेक जड़ी बूटी और तंत्र से संबंधित जड़ी बूटियों से मिश्रण करके तैयार किया जाता है इसमें हवन बसनी भी रखते जिससे या बहुत ही बहुत शक्तिशाली हो जाता है इसका परीक्षण उच्च स्तर का साधक कर सकता है अथवा जिन्हें भूत प्रेत जैसी कोई समस्या हो उसके हाथ में रखते ही इसका प्रभाव मालूम होने लगता है कवच का निर्माण करना अति दुर्लभ है आज आज मैं देख रहा हूं कि टीवी ऑनलाइन धोखाधड़ी कर रहे हैं मगर यह मेरे द्वारा पूर्ण परीक्षित और अति दुर्लभ है जो मेरे परम गुरु की कृपा से मुझे प्राप्त हुए हैं जो मैं आप सभी लोगों के बीच में जनकल्याण के उपयोग के लिए ऐसी कवच को तैयार करता हूं ऐसी कवच बनाने वाला केवल काली का ही साधक बना सकता है किसी अन्य देवी-देवताओं के साधा की बस की बात नहीं है ऐसी सुरक्षा कवच बनाने में सक्षम नहीं हो सकता और काली साधक बनाने वाला अगर तंत्र से मिश्रण जानकारी नहीं रखता है तो वह भी नहीं बना सकता
इन कवच को धारण करने वाले की भगवती महाकाली की कृपा से
समस्त मनोकामना पूर्ण होती है
शत्रु पराजित होते हैं शत्रु की बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है उसका स्वयं विनाश होने लगता है
मुकदमा में विजय मिलती है वाद विवाद में सफलता मिलती है सर्वत्र विजय का मार्ग खुलता है
कर्मचारी वर्ग की अनुकूलता प्राप्त होती है सम्मान प्राप्त होता है आभामंडल की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती हैं शरीर का तेज बढ़ता है
मानसिक चिंता विचलन डिप्रेशन से बचाव होता है और राहत मिलती है पूर्णिमा अमावस्या के मानसिक विचरण में कमी आती है
किसी अभिचार तंत्र क्रिया द्वारा अथवा किसी आत्मा आदि द्वारा शरीर को कष्ट मिलने से बचाव होता है
परिवारिक सुख दांपत्य सुख भर जाता है दांपत्य जीवन की संतुष्टि बढ़ जाती है
नौकरी व्यवसाय कार में स्थायित्व प्राप्त होता है
तांत्रिक क्रियाओं के प्रभाव समाप्त हो जाते हैं किया कराए टोने-टोटके की शक्ति खत्म हो जाती है परीक्षा प्रतियोगिता आदमी सफलता मिलती है खुद पर विश्वास बढ़ता है एकाग्रता बढ़ती है तथा उत्साह उर्जा में वृद्धि होती है
उग्र देवी देवताओं की नकारात्मक शक्तियां दूर हटती हैं और कवच धारण करने वाले के पास आने से कतराते हैं मांगलिक परिवारिक कारों में आ रही रुकावट दूर होती है किसी भी व्यक्ति के सामने जाने पर सामने वाला प्रभावित हो जाता है और उसका विरोध शेर होता है प्रभारी कला विवाद कम हो जाता है तथा लोगों पर आकर्षण शक्ति युक्त प्रभाव पड़ता है घर परिवार में स्थित नकारात्मक उर्जा ओं की शक्ति क्षीण होती है
अस्थान दोष मकान दोष पितृदोष वास्तु दोष का प्रभाव व्यक्ति पर से कम हो जाता है क्योंकि अतिरिक्त ऊर्जा का संचार होने लगता है उसमें मूल धारा के दोष से आ रही किसी भी शारीरिक मानसिक परेशानी में सुधार होने लगता है और नकारात्मक उर्जा हटने से उसका आभामंडल तेजस्वी बनता है
यह समस्त प्रभाव कवच धारण से मात्र ही प्राप्त होते हैं कवच बनाने वाले साधक का मानसिक बल उसकी शक्ति से अवतरित और प्रतिष्ठित भगवती महाकाली अलौकिक शक्ति होती है जो वह संपूर्ण प्रभाव प्रदान करती है जो साधना में प्राप्त होती है अतः आज के समय में भगवती महाकाली की साधना अथवा कवच धारण बेहद उपयोगी है
किंतु धारणीय कवच का यदि उपयुक्त लाभ प्राप्त करना चाहता है तो 21000 मूल मंत्र से अभिमंत्रित और अभीष्ट तंत्र सामग्री से मिश्रण की गई सामग्री से और शुभ मुहूर्त में प्राण प्रतिष्ठित होना परम आवश्यक है अन्यथा मात्र रेखा खींचने से कुछ नहीं होगा जब तक उन रेखाओं में भगवती महाकाली की प्रतिष्ठा ना किया जाए|